बिहार। बिहार विधानसभा चुनाव की गर्मा-गर्मी के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दरभंगा और बेगूसराय की रैलियों से घमासान सियासी वार छेड़ दिया है। पूरी ऊर्जा के साथ गांधी और लालू परिवार पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा, “लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, लेकिन दोनों पद अभी खाली नहीं हैं।” शाह ने INDIA गठबंधन (महागठबंधन) को ‘ठगबंधन’ करार देते हुए आरोप लगाया कि इन दलों का मकसद सिर्फ परिवार के लोगों को सत्ता की कुर्सी दिलाना है। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने युवाओं को टिकट देकर आगे बढ़ाया जबकि कांग्रेस-आरजेडी अब भी परिवारवाद में डूबे हैं।” गृह मंत्री ने कांग्रेस और आरजेडी दोनों पर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। शाह बोले, “लालू यादव चारा, बिटुमेन और लैंड फॉर जॉब जैसे घोटाले कर चुके हैं, कांग्रेस ने 12 लाख करोड़ का घोटाला किया। ये लोग सत्ता में आए तो फिर से बिहार में ‘जंगलराज’ लौट आएगा।” अमित शाह यहीं नहीं रुके—उन्होंने सीमांचल में घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए राहुल और तेजस्वी पर ‘सेव इनफिल्ट्रेटर्स यात्रा’ निकालने का आरोप जड़ा और कहा कि इनकी सरकार आई तो PFI जैसे संगठनों पर ढील हो जाएगी। शाह ने दावा किया कि एनडीए ‘पांच पांडवों’ की तरह मजबूत गठबंधन है और इस बार महागठबंधन का ‘सूपड़ा साफ’ हो जाएगा। उन्होंने यह चुनाव बिहार को ‘जंगलराज’ से बचाने की लड़ाई बताया। चुनाव प्रचार के इस तेज दौर में अमित शाह ने सधे तीरों से न सिर्फ विपक्षी नेताओं को घेरा, बल्कि बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद को ‘अच्छे हाथों में’ बताते हुए दावा किया कि जनता हर बार की तरह इस बार भी परिवारवाद को नकार देगी।
पीएम-सीएम की कुर्सी भरपूर, परिवारवाद का सपना अधूरा: अमित शाह का महागठबंधन पर सियासी तीर
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Arvind Rai
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